केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएए की आलोचना को लेकर विपक्ष पर हमला बोला।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 को “कभी भी” वापस नहीं लिया जाएगा और मुसलमानों को अभी भी नागरिकता के लिए आवेदन करने का अधिकार है।
शाह ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “सीएए कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना हमारा संप्रभु अधिकार है, हम इस पर कभी समझौता नहीं करेंगे।”
उन्होंने कहा, “…यहां तक कि मुसलमानों को भी नागरिकता के लिए आवेदन करने का अधिकार है…किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं किए गए हैं। यह विशेष अधिनियम इसलिए बनाया गया है क्योंकि लोग बिना किसी दस्तावेज के आए हैं…।”
केंद्र द्वारा सोमवार को कानून के नियमों को अधिसूचित करने के बाद भाजपा नेता ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 के मुद्दे पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला। तब से विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार पर चुनावों से ठीक पहले नियमों को अधिसूचित करने के समय को लेकर निशाना साध रहा है, जब 2019 में सीएए पारित किया गया था। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि सीएए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर से जुड़ा है।
विपक्ष की आलोचना का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि उनका इतिहास जो वादे करते हैं उन्हें पूरा नहीं करने का रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा, “उनका इतिहास है जो बोलते हैं वो करते नहीं हैं, मोदी जी का इतिहास है जो बीजेपी या पीएम मोदी ने कहा वो पत्थर की लकीर है। मोदी की हर गारंटी पूरी होती है…” .