देखें: पति की मौत के बाद गर्भवती आदिवासी महिला को अस्पताल के बिस्तर से खून के धब्बे धोने पड़े

देखें: पति की मौत के बाद गर्भवती आदिवासी महिला को अस्पताल के बिस्तर से खून के धब्बे धोने पड़े

मध्य प्रदेश में पांच महीने की गर्भवती आदिवासी महिला को कथित तौर पर अस्पताल के बिस्तर से खून के धब्बे साफ करने के लिए मजबूर किया गया, जहां उसके घायल पति की मौत हो गई थी। पांच महीने की गर्भवती आदिवासी महिला को अस्पताल के बिस्तर पर लगे खून के धब्बे साफ करने पड़े, क्योंकि उसके पति की मौत उसी बिस्तर पर हुई थी।

मध्य प्रदेश में एक आदिवासी गर्भवती महिला को कथित तौर पर सरकारी अस्पताल के बिस्तर से खून के धब्बे धोने के लिए मजबूर किया गया, क्योंकि उसके पति के खून के धब्बे बिस्तर पर लगे थे। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में हुई, जहां रघुराज मरावी (28) को गुरुवार रात जमीन विवाद को लेकर रिश्तेदारों द्वारा हमला किए जाने के बाद घायल अवस्था में सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था।

एक अधिकारी ने बताया कि हालांकि, शनिवार को उसकी मौत हो गई और बाद में उसकी पत्नी रोशनी बाई, जो पांच महीने की गर्भवती है, को उस बिस्तर से खून के धब्बे धोने पड़े, जिस पर उसे भर्ती कराया गया था।

डिंडोरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रमेश मरावी ने बताया कि महिला के परिजनों द्वारा मामले में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर, नर्सिंग ऑफिसर और वार्ड बॉय को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा, “हम उनका जवाब मिलते ही डीएम को सौंप देंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे…”

 

बाद में सीएमएचओ ने घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की। इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गरदासरी में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह को आगामी आदेश तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करंजिया में अटैच कर दिया गया है। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गरदासरी में पदस्थ नर्सिंग अधिकारी राजकुमारी और आया छोटी बाई ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि हमले में रघुराज के भाई शिवराज मरावी (40) और पिता धरम सिंह मरावी (65) की मौत हो गई, जबकि दूसरे भाई रामराज का अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर है। 

पुलिस के अनुसार, यह हमला जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर लालपुर गांव में एक जमीन पर फसल काटने को लेकर हुए विवाद का परिणाम था। 

Mrityunjay Singh

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