21 अगस्त को भारत बंद: बुधवार को क्या बंद रहेगा और क्या खुला रहेगा, जानिए पूरी खबर

21 अगस्त को भारत बंद: बुधवार को क्या बंद रहेगा और क्या खुला रहेगा, जानिए पूरी खबर

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने एससी/एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया है।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में 21 अगस्त (बुधवार) को भारत बंद का आह्वान किया है।

इस हड़ताल को राजस्थान में एससी/एसटी समूहों का समर्थन मिला है और इसमें व्यापक भागीदारी की उम्मीद है। बुधवार को बंद से निपटने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​पूरी तरह तैयार हैं।

विरोध के पीछे क्या कारण है?

सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक फैसले में कहा कि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति का उप-वर्गीकरण, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति श्रेणियों के अंतर्गत अधिक पिछड़े लोगों के लिए अलग से कोटा देने के लिए स्वीकार्य है।

सर्वोच्च न्यायालय ने 1 अगस्त को ई.वी. चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में 2004 के फैसले को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि आरक्षण के उद्देश्य से अनुसूचित जातियों/अनुसूचित जनजातियों का उप-वर्गीकरण नहीं किया जा सकता।

इस निर्णय का कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने विरोध किया है, जिनका तर्क है कि यह निर्णय आरक्षण के सिद्धांत को कमजोर करता है।

क्या हैं मांगें?

भारत बंद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती दी है और इसे पलटने की मांग की है।

दलित और आदिवासी संगठनों के राष्ट्रीय परिसंघ (एनएसीडीएओआर) ने एससी, एसटी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता सहित मांगों की एक सूची जारी की है। एनएसीडीएओआर ने सरकार से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खारिज करने का आग्रह किया है, क्योंकि उनका तर्क है कि यह एससी और एसटी के संवैधानिक अधिकारों के लिए खतरा है।

संगठन एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर संसद के एक नए अधिनियम के अधिनियमन की भी मांग कर रहा है, जिसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करके संरक्षित किया जाएगा। इसने सरकारी सेवाओं में एससी/एसटी/ओबीसी कर्मचारियों पर जाति-आधारित डेटा को तत्काल जारी करने की भी मांग की है ताकि उनका सटीक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके।

संगठन ने केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों के साथ-साथ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सभी बैकलॉग रिक्तियों को भरने का आह्वान किया है।

मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने भारत बंद का समर्थन किया है और लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने की अपील की है। राष्ट्रीय जनता दल और झारखंड मुक्ति मोर्चा समेत अन्य दलों ने भी बंद का समर्थन किया है।

अधिकारी सतर्क

बुधवार को विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने जिलों में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है।

राजस्थान के पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू ने पुलिस अधीक्षकों को व्यवस्था बनाए रखने और स्थानीय संगठनों के साथ संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

साहू ने कहा, “हमने अपने अधिकारियों से बंद का आह्वान करने वाले समूहों के साथ-साथ बाजार संघों के साथ बैठकें आयोजित करने को कहा है, ताकि बेहतर सहयोग सुनिश्चित किया जा सके।”

क्या खुला है और क्या बंद है?

भारत बंद के आयोजक ने सभी व्यापारिक संगठनों से बाजार बंद रखने का आग्रह किया है। हालांकि, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि बुधवार को बाजार बंद रहेंगे या नहीं।

रिपोर्टों के अनुसार, भारत बंद के आह्वान के बावजूद सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल, कॉलेज और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।

इसके अलावा, एम्बुलेंस, अस्पताल और चिकित्सा सुविधाएं जैसी आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।

Mrityunjay Singh

Mrityunjay Singh