विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में यूपी जैसा धर्मांतरण विरोधी कानून लाने की कोशिश करेगी भाजपा

विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में यूपी जैसा धर्मांतरण विरोधी कानून लाने की कोशिश करेगी भाजपा

भाजपा नेता नितेश राणे ने 2022 में राज्य में भी ऐसा कानून बनाने की मांग करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ रही हैं।

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून की मांग को फिर से आगे बढ़ाने का फैसला किया है। भाजपा नेता नितेश राणे ने कहा कि पार्टी के नेता जल्द ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलेंगे और उनसे महाराष्ट्र में धर्मांतरण विरोधी कानून लाने का आग्रह करेंगे।

राणे ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम सभी हिंदुत्व विचारधारा से जुड़कर जल्द ही सीएम और डिप्टी सीएम से मिलेंगे। हम चाहते हैं कि जिस तरह से राज्य में लव जिहाद के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए धर्मांतरण विरोधी कानून लाया जाना चाहिए, जिसके लिए हम और प्रयास करेंगे।”

भाजपा नेता ने 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा धर्मांतरण विरोधी कानून में संशोधन विधेयक पारित किए जाने पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया। उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्म परिवर्तन (संशोधन) विधेयक, 2024 ने किसी महिला को धोखा देकर उससे शादी करने और अवैध रूप से उसका धर्म परिवर्तित करने के दोषी पाए जाने वालों के लिए आजीवन कारावास की अधिकतम सजा का प्रावधान करके कानून को सख्त बना दिया।

यह पहली बार नहीं है जब राणे ने राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून की मांग उठाई है।

राणे ने 2022 में राज्य में भी ऐसा कानून बनाने की मांग करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ रही हैं।

उन्होंने आरोप लगाया था कि ऐसे पुरुषों को रेट कार्ड दिए जा रहे हैं, जिसके जरिए उन्हें हिंदू महिलाओं को लुभाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में हिंदू महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है, जिसके लिए इस तरह के कानून की जरूरत है।

Mrityunjay Singh

Mrityunjay Singh