राहुल गांधी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक तिजोरी लेकर आए और दावा किया कि इस नारे और धारावी पुनर्विकास परियोजना को अडानी समूह को दिए जाने के बीच संबंध है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक है तो सुरक्षित है’ नारे पर कटाक्ष किया।
विपक्ष के नेता अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिजोरी लेकर आए और दावा किया कि नारे और धारावी पुनर्विकास परियोजना को अडानी समूह को दिए जाने के बीच संबंध है।
राहुल गांधी ने तिजोरी से दो पोस्टर निकाले, जिनमें से एक में उद्योगपति गौतम अडानी और प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर थी और कैप्शन था ‘एक है तो सुरक्षित है’, तथा दूसरे में धारावी पुनर्विकास परियोजना का नक्शा दिखाया गया था।
गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “एक है तो सुरक्षित है का नारा मुख्य रूप से अडानी को धारावी पुनर्विकास परियोजना के माध्यम से एक लाख करोड़ रुपये की जमीन हासिल करने में मदद करता है। नरेंद्र मोदी का नारा है: अगर हम एकजुट हैं, तो हम सुरक्षित हैं। सवाल यह है कि कौन सुरक्षित है।”
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 18, 2024
गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव अरबपतियों और गरीबों के बीच मुकाबला है। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी सरकार किसानों, वंचितों और बेरोजगारों को प्राथमिकता देगी।
पीएम मोदी के नारे पर एक सवाल का जवाब देते हुए गांधी ने कहा, “मैंने आपको दिखाया है कि ‘एक है तो सुरक्षित है’ नारे का क्या मतलब है। ‘एक’ कौन है? यह नरेंद्र मोदी, अडानी जी और अमित शाह जी हैं। और कौन सुरक्षित है? अडानी जी।”
उन्होंने धारावी पुनर्विकास परियोजना में निविदा प्रक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि इसे अडानी के हितों की रक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया था। गांधी ने कहा, “उद्योगपति के हितों की रक्षा के लिए धारावी निवासियों के हितों की अनदेखी की गई।”
उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) और कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि धारावी के गरीब निवासियों को उनकी सही जमीन वापस मिले।
राहुल गांधी ने आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटाने और देश में जाति जनगणना कराने का भी वादा किया।
गांधी ने कहा, ‘‘जाति जनगणना हमारे सामने सबसे बड़ा मुद्दा है और हम इसे पूरा करेंगे; यह हमारा केंद्रीय स्तंभ है।’’
उन्होंने आगे दावा किया कि फ़ॉक्सकॉन और एयरबस सहित 7 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं को महाराष्ट्र से गुजरात में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इससे महाराष्ट्र के युवाओं की नौकरियाँ चली गईं।