लोकसभा चुनाव परिणाम: चुनाव हारने वाले प्रमुख चेहरों में स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर, के. अन्नामलाई, संजीव बालियान, अजय कुमार मिश्रा टेनी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अर्जुन मुंडा शामिल हैं
लोकसभा के नतीजे बड़ी जीत और बड़े उलटफेर का मिश्रण रहे हैं, क्योंकि कई नये उम्मीदवार संसद में पहुंचे हैं, जबकि मोदी मंत्रिमंडल के कई मंत्री अपनी सीटें हार गये हैं।
चुनाव हारने वाले कई प्रमुख चेहरों में स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर, के. अन्नामलाई, संजीव बालियान, अजय कुमार मिश्रा टेनी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अर्जुन मुंडा शामिल हैं।
किशोरी लाल शर्मा जैसे कई नए लोगों ने इस चुनाव में प्रमुख चेहरों को चुनौती दी और सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा।
इस लोकसभा चुनाव में पदार्पण करने वाले 10 नए उम्मीदवारों की सूची इस प्रकार है:
– किशोरी लाल शर्मा: गांधी परिवार के करीबी शर्मा ने अमेठी में मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को 1,67,196 मतों के अंतर से हराया। स्मृति ईरानी ने इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराया था।
– उत्कर्ष शर्मा: समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार उत्कर्ष शर्मा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को 34,329 मतों के अंतर से हराया, जिनके बेटे को अक्टूबर 2021 में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
– यूसुफ पठान: मुर्शिदाबाद जिले की बहरामपुर लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार यूसुफ पठान अनुभवी कांग्रेसी और पांच बार के सांसद अधीर रंजन चौधरी से 85,328 वोटों से आगे चल रहे हैं। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले बहरामपुर लोकसभा सीट पर चौधरी की हार को एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
– सुरेश गोपी: अभिनेता-राजनेता सुरेश गोपी ने भाजपा के लिए त्रिशूर संसदीय सीट 74,686 के अंतर से जीती, जिससे दक्षिणी राज्य में भाजपा के लिए सात दशकों से अधिक पुराना राजनीतिक सूखा खत्म हो गया। गोपी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और वामपंथी उम्मीदवार वीएस सुनील कुमार को हराया, जिससे सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को झटका लगा, जिन्होंने राज्य में कमल खिलने की संभावनाओं को खारिज कर दिया था।
– कंगना रनौत: मंडी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपने पहले चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह को 74,755 मतों के अंतर से हराया। कंगना को 5,37,002 वोट मिले, जबकि तत्कालीन रामपुर रियासत के राजा को 4,62,267 वोट मिले, जो वर्तमान राज्य लोक निर्माण मंत्री और छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह और राज्य कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे हैं।
– विवेक बंटी साहू: छिंदवाड़ा सीट पर 1,13,618 वोटों से जीत दर्ज करने वाले बीजेपी के विवेक बंटी साहू ने भगवा पार्टी के लिए दोहरी जीत सुनिश्चित की। साहू ने न केवल कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा में जीत हासिल की, बल्कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की क्लीन स्वीप भी सुनिश्चित की।
– करण भूषण सिंह: उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से बृज भूषण शरण सिंह के बेटे और बीजेपी उम्मीदवार करण भूषण सिंह ने जीत दर्ज की है। करण भूषण सिंह ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार भगत राम को 1.4 लाख से ज़्यादा वोटों से हराया।
– गेनीबेन ठाकोर: कांग्रेस की गेनीबेन ठाकोर बनासकांठा में अपनी भाजपा प्रतिद्वंद्वी रेखा चौधरी से 30,406 वोटों से आगे चल रही हैं। अगर ठाकोर सीटें जीतती हैं, तो यह गुजरात में कांग्रेस की एकमात्र सीट होगी क्योंकि 2019 के चुनावों में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
– चंद्रशेखर आज़ाद: आज़ाद समाज पार्टी (एएसपी)-कांशीराम नेता और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद ‘रावण’ ने यूपी की नगीना सीट पर 1,51,473 वोटों से जीत दर्ज की है। आज़ाद 2015 में भीम आर्मी के गठन के साथ चर्चा में आए और चार साल पहले उन्होंने एएसपी की स्थापना की।
– हरेंद्र सिंह मलिक: समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हरेंद्र मलिक ने भाजपा नेता संजीव कुमार बालियान को 24,672 वोटों के अंतर से हराया है।