नवरात्रि का पर्व हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह पर्व माँ दुर्गा की उपासना और भक्ति का समय होता है। इस दौरान भक्तगण नौ दिन तक व्रत रखते हैं और शुद्ध आहार का सेवन करते हैं। व्रत के दौरान खान-पान का खास ध्यान रखना पड़ता है, ताकि शरीर में ऊर्जा बनी रहे और स्वास्थ्य भी अच्छा रहे। तो आइए जानते हैं कि नवरात्रि व्रत के दौरान किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए।
नवरात्रि व्रत में क्या खाएं?
- फल: व्रत के दौरान फलों का सेवन विशेष रूप से फायदेमंद होता है। फलों में मौजूद पोषक तत्व शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं। सेब, केला, पपीता, अंगूर, संतरा आदि फलों का सेवन कर सकते हैं। फलों में विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
- साबूदाना: साबूदाना एक बहुत ही हल्का और पचने में आसान आहार है, जो व्रत के दौरान बहुत ही प्रचलित है। साबूदाना खिचड़ी, वड़ा या खीर बनाकर खा सकते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट की अधिकता होती है, जो शरीर को त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है।
- सिंघाड़े का आटा: नवरात्रि व्रत के दौरान सिंघाड़े के आटे से बनी रोटियां या पूरियां खाई जा सकती हैं। यह ग्लूटेन-फ्री होता है और ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इसके सेवन से पेट भरा रहता है और शरीर को आवश्यक पोषण भी मिलता है।
- कुट्टू का आटा: कुट्टू का आटा भी व्रत में सेवन किया जाने वाला प्रमुख आहार है। इससे आप पकौड़ी, चपाती या पूड़ी बना सकते हैं। इसमें प्रोटीन और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन में सहायक होते हैं और पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं।
- मखाना: मखाना एक हल्का और पौष्टिक आहार है, जो व्रत में खाया जा सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। मखाना को घी में हल्का भूनकर सेवन कर सकते हैं या दूध में डालकर मखाने की खीर बना सकते हैं।
- दूध और दूध से बने उत्पाद: दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी उत्पादों का सेवन व्रत में किया जा सकता है। ये शरीर को प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन्स प्रदान करते हैं। दूध में फल डालकर शेक बना सकते हैं या पनीर की सब्जी बना सकते हैं।
- नारियल पानी और नींबू पानी: नवरात्रि व्रत के दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। नारियल पानी और नींबू पानी का सेवन शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखने में मदद करता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है।
- आलू और शकरकंद: आलू और शकरकंद व्रत के दौरान एनर्जी देने वाले खाद्य पदार्थ हैं। आप इन्हें उबालकर या हल्का तलकर खा सकते हैं। शकरकंद विशेष रूप से विटामिन ए और फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- राजगीरा: राजगीरा (अमरनाथ) व्रत में खाया जाने वाला एक और पौष्टिक अनाज है। इससे बनी खिचड़ी, लड्डू या हलवा सेहतमंद विकल्प हैं। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन की अच्छी मात्रा होती है।
- सेंधा नमक: व्रत के दौरान सामान्य नमक की जगह सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है। यह प्राकृतिक और शुद्ध होता है और शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
नवरात्रि व्रत में किन चीजों से बचें?
- अनाज: व्रत के दौरान गेहूं, चावल, मक्का, जौ आदि सामान्य अनाज का सेवन नहीं किया जाता। इनकी जगह फलाहार और व्रत में खाए जाने वाले अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाता है।
- साधारण नमक: सामान्य नमक का सेवन व्रत में निषिद्ध होता है। इसकी जगह सेंधा नमक का प्रयोग करना चाहिए, जो शरीर के लिए अधिक स्वास्थ्यवर्धक होता है और व्रत के नियमों का पालन करता है।
- मसाले: सामान्य दिनों में प्रयोग किए जाने वाले मसालों जैसे हल्दी, धनिया, मिर्च पाउडर आदि का प्रयोग व्रत के दौरान नहीं किया जाता। इसके स्थान पर व्रत में जीरा, काली मिर्च, और हरी मिर्च का प्रयोग किया जा सकता है।
- तेल और घी: साधारण तौर पर तले-भुने खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये पाचन तंत्र पर भारी पड़ सकते हैं। अगर तलने की जरूरत हो तो घी या नारियल तेल का इस्तेमाल करें, जो सेहत के लिए बेहतर होता है।
- प्याज और लहसुन: नवरात्रि व्रत में प्याज और लहसुन का सेवन वर्जित होता है। यह तमसिक आहार माना जाता है, जो शरीर और मन को प्रभावित करता है। इसलिए व्रत में सत्विक भोजन का ही सेवन किया जाता है।
- कैफीन और चाय: व्रत के दौरान अत्यधिक चाय या कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। कैफीन शरीर में जल की मात्रा को कम करता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसके बजाय नींबू पानी या नारियल पानी जैसे पेय पदार्थों का सेवन करें।
- तले हुए और भारी भोजन: व्रत में हल्का और पचने में आसान भोजन ही करना चाहिए। अत्यधिक तला-भुना भोजन पेट में भारीपन और अपच का कारण बन सकता है, इसलिए इससे बचना चाहिए।
सही तरीका: व्रत में खान-पान का संतुलन
- समय पर भोजन करें: व्रत के दौरान समय पर और नियमित अंतराल पर भोजन करना जरूरी है। खाली पेट रहने से शरीर में कमजोरी आ सकती है, इसलिए हर 3-4 घंटे में कुछ न कुछ खाना चाहिए।
- पानी का सेवन बढ़ाएं: व्रत के दौरान पानी का अधिक मात्रा में सेवन करें। इससे शरीर डिटॉक्स होता है और ऊर्जा बनी रहती है। नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ का सेवन भी फायदेमंद होता है।
- शारीरिक गतिविधि का ध्यान रखें: व्रत के दौरान हल्की शारीरिक गतिविधियां जैसे योग और ध्यान करना भी फायदेमंद होता है। इससे शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।
- भोजन में विविधता बनाए रखें: व्रत के दौरान एक ही प्रकार का भोजन बार-बार करने से बचें। अपने आहार में विविधता रखें और विभिन्न फलों, सब्जियों, और अनाजों का सेवन करें। इससे शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहेंगे।
- प्राकृतिक मिठाइयों का सेवन करें: व्रत के दौरान शक्कर की जगह गुड़ या शहद जैसी प्राकृतिक मिठाइयों का सेवन करें। इससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है और स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहता है।
निष्कर्ष:
नवरात्रि व्रत के दौरान सही आहार का सेवन न केवल आपकी आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करता है। सही संतुलन के साथ खान-पान करने से आप व्रत के दौरान भी ऊर्जा से भरपूर और स्वस्थ महसूस करेंगे।